जिला मुख्यालय गरियाबंद से लगभग 60-65 किलोमीटर के दुरिहा में बसे नानकुन गाँव धुरसा-मुरमुरा,ये गाँव जंगल के तीर मा बसे हे।अउ इही गाँव के डोंगरी में दाई झरझरा अपन सुग्घर रूप ला साज के डोंगरी भीतर डेरा लगाके बइठे हे।जेनला लोगन मन दाई झरझरा रानी के नाव से मानथे।अउ डोंगरी के तीर मा बसे जम्मों गाँव के मनखे मन जुरीया के दाई के पुजा पाठ करथे।अउ लोगन मन के मानना हे की ये दाई झरझरा रानी हा दाई जतमाई के परथम रूप आय।ये क्षेत्र के लोगन मन मानथे की दाई जतमाई हा सबले पहेली इही डोंगरी मा बिराजे रीहीन।ओखर बाद ये जघा ला छोंड़ के दाई जतमाई हाँ कुसुम पानी-गायडबरी मा जाके बिराजे हे।
तब ले लोगन मन ये जघा ला दाई झरझरा डोंगरी के नाव ले जानथे।
अउ ये जघा हा हरियर-हरियर रुख राई जंगल झाड़ी ले सजे हे।जिहाँ बरो महिना जुड़ पुरवइया चलत रथे।अउ लोगन मन ये जघा मा पिकनिक पारटी मा जाके सुग्घर आनंद लेथे। चइत अउ कुँवार के नवरात परब मा सैंकड़ों भक्त मन अपन मनोकामना पुरा करे बर सैकड़ों जोत जलाथे।अउ बताय जाथे की दाई के दुवारी ले कोनो भगत खाली हाँथ नइ लहुटे।दाई के दुवारी में सब अपन मनोकामना पाथे। दाई के महीमा बहुँत निराली हे। अउ झरझरा समिति के डाहर ले दोनों नवरात परब मा नव दिन ले भण्डार घलो रथे जेकर ले अवइया जवइया भक्तन मन माता के परसाद पाके अपन घर जाथे,अउ सुख शांति पाथे।
अउ आठ दिन नवरात ले माता रानी के दुवरीया मा दिन अउ रात ले माता के जस सेवा गुंजत रथे अउ मांदर के थाप में सब भक्त मन माता के सेवा बजाथे। अउ ये झरझरा दाई के दुवारी मा बहुँत सुंंदर झरना घलो चलथे लगभग 10-12 फीट के उँचाई ले झरना गिरथे जेमा क्षेत्र के लोगन मन असाढ़ महिना ले लेके कुँवार कातिक महिना तक झरना के आनंद लेथे। अउ झरना के खालहे मा एक अचरित शिलालेख हावे जेन ला आज तक होगे बड़े से विद्वान मन आगे हे ओला पढ़े बर फेर कोनो नइ बता सकिन शिलालेख में का लिखाय हे,लोगन मन येला दाई झरझरा रानी के देन चिन्हा मानथे। अउ शिलालेख के थोकिन अउ खालहे कोती पथरा के बीचों-बीच एक ठिन गड्ढा हे जेमा बताय जाथे बारो महिना पानी रेहे रथे जेमा जंगल के अवइया जवइया मनखे अउ जंगली परानी मन अपन पियास ला बुझाथे।अउ दाई झरझरा के दुवारी मा बइठ के सुरताथे।
अउ दाई झरझरा के दुवारी मा बघुवा भालु मन के बसेरा हे,जेनला लोगन मन माता के रखवार कथे माता के संगवारी बताथे। अइसन सुग्घर कहिनी हे दाई झरझरा रानी के।अउ दाई कर जतेक मनोकामना माँगथे सब के मनोकामना ला दाई झरझरा रानी हा पुरा करथे।
गोकुल राम साहू
धुरसा-राजिम (घटारानी)
जिला गरियाबंद(छत्तीसगढ़)
मों.9009047156